गाजा का बिन लादेन.. इजरायल का सबसे बड़ा टारगेट, कौन था याह्या सिनवार?

Yahya Sinwar Profile: इजरायल और हमास युद्ध के बीच एक बार फिर याह्या सिनवार की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि याह्या सिनवार इजरायल के हमले में मारा गया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी अब कह

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Yahya Sinwar Profile: इजरायल और हमास युद्ध के बीच एक बार फिर याह्या सिनवार की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि याह्या सिनवार इजरायल के हमले में मारा गया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी अब कह दिया है कि याह्या सिनवार मारा गया है. आपको बता दें कि याह्या सिनवार वही दुर्दांत था जिसकी वजह से इजरायल चारों तरफ से युद्ध से घिरा हुआ है. याह्या ने ही पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले का आदेश दिया था. जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे. जिसके बाद से याह्या सिनवार हमेशा इजरायल का मुख्य टारगेट था.

इजरायल में DNA नमूनों का मिलान

बता दें कि इजरायली रक्षा बल (IDF) जांच में जुटा था कि गाजा में हवाई हमले में मारे गए तीन लोगों में सिनवार भी शामिल था या नहीं. रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा था कि इजरायल में DNA नमूनों का मिलान किया जा रहा है. लेकिन अब यह इजरायल की तरफ से खुद प्रधानमंत्री बेंजामिल नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि एयर स्ट्राइक में मारा गया शख्स याह्या सिनवार ही था.

सिनवार कई हफ्तों से गायब था

गाजा में ऑपरेशन की रिपोर्ट से पहले ही सिनवार कई हफ्तों से गायब था. जिससे यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह मर चुका है. लेकिन वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट सहित कई रिपोर्टों ने दावा किया कि सिनवार जिंदा है और "आत्मघाती बम विस्फोट" का आदेश दे रहा है.

..इजरायल के लिए आसान नहीं होता

सिनवार को ढूंढना इजरायल के लिए आसान नहीं होता, जिसने 22 साल इजरायली जेल में बिताए. उसे इजरायली सैन्य दिमाग और उनकी सुरक्षा प्रणालियों के काम करने के तरीके की समझ थी. उसके पास उनसे बचने का हुनर भी था. सिनवार ने इजरायल की कैद से अपनी रिहाई के लिए बातचीत की 22 साल जेल में और गाजा के शरणार्थी शिविरों में गरीबी में बिताए बचपन ने सिनवार के मन में फिलिस्तीनी राष्ट्र के लिए दृढ़ संकल्प पैदा किया.

'खान यूनिस के कसाई'

सिनवार का जन्म 1962 में दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में एक शरणार्थी शिविर में हुआ था. 2011 में सिनवार ने गाजा में बंद एक अपहृत इजरायली सैनिक के बदले में इजरायली हिरासत में मौजूद 1,027 कैदियों की अदला-बदली की, जिसमें वह खुद भी शामिल था. सिनवार को 'खान यूनिस के कसाई' के रूप में जाना जाता है. क्योंकि उसने इजरायलियों के लिए जासूसी करने के आरोप में कम से कम एक दर्जन फिलिस्तीनियों को प्रताड़ित किया और मार डाला था.

हमास पर उसकी पकड़ मजबूत थी

खुद और दूसरों के लिए दुख सहने की उसकी उच्च सहनशीलता कुछ गाजावासियों के बीच उसके खिलाफ असंतोष का एक कारण थी. हालांकि, हमास पर उसकी पकड़ मजबूत थी. सिनवार इजरायल का सबसे बड़ा दुश्मन था. हाल के महीनों में इजरायल ने लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के शीर्ष नेताओं को पहले ही समाप्त कर दिया है, जिसमें इसके प्रमुख हसन नसरल्लाह और उनके संभावित उत्तराधिकारी, हाशेम सफ़ीद्दीन शामिल हैं.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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